तकनीक बदलती है। दर्शक बदलते हैं। पर कुछ नाम समय को बदलते हैं — और तेलुगु सिनेमा में वो नाम है पवन कल्याण।They Call Him OG सिर्फ एक फ़िल्म नहीं, बल्कि उस “लौटने” की घोषणा है जिसे उसके फैंस पिछले कई सालों से महसूस कर रहे थे — कि पावर स्टार अब सिर्फ चुनावी भाषणों में नहीं, बल्कि एक्शन के मंच पर भी वही असर रखते हैं।
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Toggleकहानी नहीं, एक एहसास: OG कौन है?
यह कहानी कागज पर एक गैंगस्टर थ्रिलर है — लेकिन पर्दे पर यह एक आदमी के भीतर दबी उस ताक़त का चित्रण है जो सत्ता में नहीं, चुप्पी में पलती है।
मुख्य किरदार…
नाम — “OG”
पहचान — रातों में गुम, पर शहर के धड़कन में बसने वाला
इतिहास — खून, वफादारी और धोखे का मिश्रण
वह वापस आता है —
बदले के लिए नहीं,
बल्कि अपने नाम के वजन को जिंदा रखने के लिए।
और पवन कल्याण?
उनकी आँखों की ख़ामोशी भी डायलॉग बन जाती है।
सिनेमाघरों का हल्ला — उम्मीदों का भूचाल
जब फिल्म रिलीज़ हुई… सिनेमा हॉल के बाहर भीड़ खड़ी नहीं थी — लहर चली थी। कोई यह जानने नहीं आया था कि कहानी कैसी है। सवाल बस इतना था — “पवन कल्याण स्क्रीन पर कितनी देर रहेंगे?” क्योंकि उनके फैंस के लिए, मौजूदगी ही स्टारडम है। पहले ही वीकेंड में यह साफ हो गया कि
उनका क्रेज बॉक्स-ऑफिस रिपोर्ट पर नहीं, लाउडस्पीकरों और पटाखों की आवाज़ पर चलता है। और हाँ, यह भी चर्चा का विषय बना कि थिएटर में टिकट की कीमतें रोकनी पड़ीं — क्योंकि भीड़ “कायदे” समझने नहीं, पावर स्टार देखने आई थी।
फिल्म की सबसे बड़ी जीत: यह Pawan Kalyan की फिल्म है
ना मार्केटिंग गिमिक, ना 100 इंटरव्यू, ना मीडिया-ट्रैप… सिर्फ एक आदमी का वजूद — और सिनेमाघर भरे। दर्शकों ने जिस चीज़ को सबसे ज़्यादा सराहा: क्रूर लेकिन शांत स्वभाव कम लेकिन भारी-भरकम एक्टिंग हर एक्शन एक स्टाइल-स्टेटमेंट ग्रे-शेड में सुपरस्टार का नया अवतार OG में दिखने वाला पवन —
राजनीति के मंच वाली छवि से बिल्कुल अलग। यह किरदार उनके अंदर की उस आग को सामने लाता है जिसे फैंस “पावर” कहते हैं।
इमरान हाशमी — दक्षिण की नई ज़मीन पर मज़बूत कदम
एक दिलचस्प बात यह है कि इमरान हाशमी इस फिल्म से साउथ में उतरते हैं। और कई दर्शकों ने CGI, बैकग्राउंड, फाइट सीन में उनकी मौजूदगी को खतरा नहीं, बल्कि मुकाबला माना।यही कास्टिंग फिल्म को पैन-इंडिया ऑरा देती है — जहाँ दो तगड़ी शख्सियतेंएक ही स्क्रीन पर टकराती हैं।
संगीत: थमान ने धुन नहीं, धड़कनें बनाई
साउथ इंडस्ट्री में थमान S का नाम सिर्फ म्यूज़िक डायरेक्टर नहीं — एक्शन की नब्ज़ है। उनका बीजीएम ऐसा कि चुप्पी भी चिल्ला उठती है। OG की एंट्री थीम ने फैंस को नहीं… सोशल मीडिया को हाइपर मोड में डाल दिया। रील्स, थियेटरों में सीटियाँ, फैन-एडिट्स और रील्स — सब एक ही बीट पर दहाड़ते दिखे।
“थमान वहाँ संगीत नहीं बजाते,
दिल की धड़कनें सेट करते हैं।”
अब बारी OTT की — स्क्रीन बदली, जुनून नहीं
They Call Him OG अब OTT पर रहेगा — लेकिन एक दिलचस्प ट्विस्ट के साथ: सिनेमाघरों में देखने वालों के चेहरे पर चीखें थीं, अब घरों में देखने वालों की आँखों में फोकस होगा। OTT पर फिल्म के लिए:
- नए दर्शक
- नया विश्लेषण
- नया ट्रेंड बनने का मौका
क्योंकि स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर कहानी जीतती है, स्टारडम की जगह प्रदर्शन ले लेता है। फैंस यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि क्या यह फिल्म कहानी की कसौटी पर भी उतरी है या सिर्फ क्रेज से बनी एक ब्लॉकबस्टर है? OTT यही साबित करेगा क्योंकि यहाँ सीटी नहीं, कहानी चीखती है।
जगह निर्धारित:
फिल्म They Call Him OG की डिजिटल प्रीमियर
23 अक्टूबर 2025 को प्लेटफॉर्म Netflix पर होगी।
OG ने तेलुगु सिनेमा को क्या दिया?
OG ने तेलुगु सिनेमा को तीन बड़े बदलाव दिए — सबसे पहले, पवन कल्याण को यह फिल्म एक नई पहचान देती है। यह उनकी सिनेमाई वापसी है, न कि राजनीतिक छवि का विस्तार। दूसरा, दक्षिण सिनेमा को इस फिल्म ने अपराध और गैंगस्टर थ्रिलर की नई स्टाइल दी है। एक ऐसा माफिया यूनिवर्स, जहाँ हिंसा सिर्फ एक्शन नहीं बल्कि कहानी की भाषा बन गई है। और तीसरा, OG ने तेलुगु इंडस्ट्री की पैन-इंडिया पहुँच को और मजबूत किया है। आज की ऑडियंस भाषा नहीं, इमोशन और मास-अपील देखती है — और वह OG में भरपूर है।
लोग क्या कह रहे हैं?
फिल्म देखकर बाहर निकलते दर्शक एक ही बात दोहरा रहे हैं —
“OG is not a movie… It’s Powerstar reigniting the cult!”
लोगों का कहना है कि यह सिर्फ मनोरंजन नहीं, पावरस्टार की वापसी का ऐलान है।
निष्कर्ष: पर्दा बदला है… पावर नहीं
They Call Him OG ने यह साफ कर दिया कि स्टारडम पोस्टरों में नहीं — लोगों की धड़कनों में बसता है। पवन कल्याण का करिश्मा यह नहीं देखता कि स्क्रीन कितनी बड़ी है, वह यह देखता है — दर्शक कितने जुड़ते हैं। थिएटरों में उनके नाम पर पटाखे फूटे, OTT पर अब उनकी आंखों की ख़ामोशी ही सबसे बड़ा शोर बनकर गूँज रही है।
क्योंकि सच यह है —
“जब कोई हीरो पर्दे से उतरकर जनता की यादों में रहने लगे, तब वह सिर्फ सुपरस्टार नहीं… एक भावना बन जाता है।”
OG कोई फिल्म का टाइटल नहीं, वह उस इंसान की पहचान है जिसे लोग भुलाना चाहें भी तो नहीं भूल सकते — चाहे पर्दा कितना भी अंधेरा क्यों न हो।
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