चक्रवाती तूफान Ditwah से श्रीलंका में तबाही मच गई है। भारत ने INS Kolkata और मेडिकल टीम भेजकर Operation Sagar Bandhu के तहत राहत अभियान शुरू किया। चक्रवात Ditwah ने श्रीलंका के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचा दी है। लगातार बारिश, समुद्री तूफ़ान और तेज़ हवाओं ने कई जिलों में जनजीवन ठप कर दिया। सड़कों पर पानी भर गया, बिजली और संचार सेवाएं बंद हो गईं, जबकि हजारों लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित ठिकानों पर जाने को मजबूर हुए।

स्थिति गंभीर होने पर भारत ने तुरंत मानवीय सहायता अभियान शुरू किया, जिसे नाम दिया गया है — ‘Operation Sagar Bandhu’। इस मिशन के तहत भारतीय नौसेना का जहाज़ राहत सामग्री, मेडिकल स्टाफ और आपदा बचाव दल के साथ श्रीलंका भेजा गया है।

Operation Sagar Bandhu

मौसम एजेंसियों के अनुसार, तूफ़ान Ditwah के साथ:

  • 100 km/h तक की तेज़ हवाएं
  • 2–3 मीटर ऊंची समुद्री लहरें
  • लगातार भारी से अति-भारी बारिश
  • पेड़, बिजली के खंभे व कच्चे घरों को नुकसान

सबसे ज्यादा असर तटीय जिलों और गांवों में देखा गया है, जहां प्रशासन ने कई इलाकों को Evacuation Zone घोषित कर लोगों को राहत शिविरों में भेजना शुरू कर दिया है। 

भारत ने भेजी मदद — Operation Sagar Bandhu शुरू

भारत द्वारा तुरंत राहत सहायता भेजना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि दोनों देशों के संबंध सिर्फ कूटनीतिक नहीं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं और सहयोग पर भी आधारित हैं।

इस राहत अभियान Operation Sagar Bandhu के तहत भारत ने कई महत्वपूर्ण संसाधन और सहायता सामग्री श्रीलंका रवाना की है:

राहत सामग्री में शामिल विवरण
राहत सामग्री चावल, सूखा राशन, पीने योग्य पानी, टेंट, कपड़े और आवश्यक घरेलू सामान
मेडिकल सहायता डॉक्टरों की टीम, जीवनरक्षक दवाइयाँ, मेडिकल किट और मोबाइल हॉस्पिटल यूनिट
आपदा राहत दल (HADR) भारतीय नौसेना, NDRF और विशेषज्ञ बचाव कर्मियों की टीम
जहाज़ INS Kolkata (पहला राहत जहाज़), अन्य नौसेना जहाज़ भी आगे भेजे जाने की तैयारी

भारतीय नौसेना ने कहा कि यह अभियान मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (HADR) के तहत संचालित किया जा रहा है और इसका उद्देश्य प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द राहत पहुँचाना है। यह मिशन न केवल त्वरित मानवीय मदद का उदाहरण है, बल्कि क्षेत्रीय सहयोग और आपसी साझेदारी को मजबूत करने का प्रतीक भी है।

भारत–श्रीलंका रिश्ते हुए और मजबूत

हालांकि भारत पहले भी श्रीलंका की आर्थिक और मानवीय संकटों में मदद कर चुका है, लेकिन इस अभियान को विशेष इसलिए माना जा रहा है क्योंकि यह मदद आशंकित तूफ़ान के ठीक बाद तुरंत भेजी गई, जो भारत की प्रतिबद्धता को दिखाता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि Operation Sagar Bandhu, दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी और विश्वास को और मजबूत करेगा।

श्रीलंका ने भारत को दिया ‘धन्यवाद’

श्रीलंका सरकार ने भारत की त्वरित सहायता को “जीवन बचाने वाली मदद” बताया है। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, राहत सामग्री से सबसे ज्यादा फायदा उन परिवारों को मिलेगा, जिनके घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

खतरा अभी टला नहीं

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि चक्रवात Ditwah अगले 24 घंटों में और ताकतवर हो सकता है। श्रीलंका सहित दक्षिण भारत के कुछ तटीय हिस्सों को Red Alert पर रखा गया है।

लोगों को सलाह दी गई है कि:

  • समुद्र तटों पर न जाएं
  • बिजली के खंभों और पेड़ों के पास न खड़े हों
  • प्रशासन और आपदा एजेंसियों के निर्देशों का सख्ती से पालन करें

निष्कर्ष

चक्रवात Ditwah ने श्रीलंका में भले भारी तबाही मचा दी हो, लेकिन इस मुश्किल घड़ी में भारत का Operation Sagar Bandhu उम्मीद और सहयोग का संदेश लेकर पहुँचा है। आने वाले दिनों में राहत एवं बचाव कार्य और तेज़ होगा, जबकि मौसम एजेंसियाँ हर पल हालात पर नज़र रख रही हैं।

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By Divyay

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